दीपावली पर्व भारतीय त्योहारों में विशिष्ठ स्थान रखता है। इस दिन लोग अपने-अपने घरों में सुख - समृद्धि की कामना करते हैं। इस त्योहार के दिन महालक्ष्मी की पूजा की जाती है। एवं लोग पहले से ही घर - द्वारों की सफाई करते हैं, उन्हें सजाते हैं, मिठाई - पकवान बनाते हैं ,आतिशबाजी करते हैं और रात्रि के समय उनकी आराधना करते हैं,लेकिन इस दिन महालक्ष्मी के साथ विघ्नहर्ता गणेश और विद्या- कला कि देवी मां सरस्वती की भी पूजा की जाती है।इसके पीछे कारण यह है कि हमारे पास जो धन - संपदा, विवेक - बुद्धि है उसका हम गलत उपयोग न करें।और अपने जीवन को कलात्मक ढंग से जीए । हमारी भारतीय संस्कृति में त्योहारों कि संरचना इस प्रकार की गई है कि इन पर्वों की आराधना, उपासना व अर्चना में आधिभौतिक, आध्यात्मिक और आधिदैविक रूपों का समन्वित व्यवहार होता है। इस मान्यता के अनुसार इस उत्सव में भी सोने , चांदी के सिक्के या बरतनों आदि के रूप में आधिभौतिक लक्ष्मी का आधिदैविक लक्ष्मी से संबंध स्वीकार करके पूजन किया जाता है। घरों को जलते हुए दियों से स...